हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "नहजुल बलाग़ा" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امیرالمومنین علیه السلام
ضَعْ فَخرَكَ، واحطُطْ كِبرَكَ، واذكُرْ قَبرَكَ
हज़रत इमाम अली अलैहिस्सलाम ने फ़रमाया:
फक्र और सर बुलंदी को छोड़ो , अहंकार और अभिमानी को मिटाओ, और कब्र को याद रखो
नहजुल बलाग़ा हिक्मत नं. 398